बेलन तथा शंकु के आधार वृत्त की त्रिज्या का अनुपात 3 : 4 है, तथा उनकी ऊंचाई का अनुपात क्रमशः 2 : 3 तो उनके आयतन का अनुपात।
r त्रिज्या वाले बेलन के वक्र पृष्ठ का क्षेत्रफल होगा
एक खोखले गोले का आंतरिक तथा बाह्य व्यास क्रमशः 4 सेमी तथा 8 सेमी है। इसे गलाकर 8 सेमी ब्यास वाले शंकु बनाया जाता है शंकु की ऊंचाई (सेमी में) है।
1 सेमी त्रिज्या वाले एक ठोस गोले से 0.1 सेमी वाले कितने ठोस गोले बनाए जा सकते हैं।
एक ठोस घन जिसका एक किनारा 14 सेमी है में से एक अधिकतम आयतन का गोला काटा जाता है तो गोले का आयतन लगभग है।
एक शंकु का आयतन 1570cm³ है। यदि इसके आधार का क्षेत्रफल 314 cm² है तो उसकी ऊंचाई है।
8 सेमी त्रिज्या के शीशे के ठोस गोले से 1 सेमी त्रिज्या के कितने ठोस गोले बनाए जा सकते हैं।
6 सेमी भुजा वाले घन में से 2 सेमी भुजा वाले कितने घन बनाए जा सकते हैं।
एक घन का किनारा 10 सेमी है तो उसका कुल पृष्ठ क्षेत्रफल है।
दो बेलनों की त्रिज्याओं का अनुपात 2 : 3 है तथा उनकी ऊंचाइयों का अनुपात 5 : 3 है तो उनके आयतनो का अनुपात है।
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