सौर स्पेक्ट्रम में बैंगनी रंग से लाल रंग की ओर से
हाइजेन के द्वितीय तरंग के सिद्धांत का व्यवहार होता है
समतल ध्रुवित प्रकाश में विद्युत क्षेत्र की तीव्रता सदिश के कंपन होते है
निम्नलिखित में किसे प्रकाश के तरंग सिद्धांत से नहीं समझा जा सकता है
मृगमरिचिका का कारण है
एक पतले फिल्म के रंग का कारण है
द्वितीयक तरंगिकाओ की धारणा के अविष्कार है
विद्युत चुंबकीय तरंग का ध्रुवन किया जा सकता है
इंद्रधनुष प्राकृतिक उदाहरण है
आसमान का रंग नीला देखने का कारण है
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